बल निकाय (Force system )
किसी पिण्ड पर अलग- अलग परिमाण व दिशा के बल जब दो से अधिक कार्य करे तो निकाय, बल निकाय कहलाता है।
बल निकाय का वर्गीकरण (Classification of force System)
बल निकाय को निम्नलिखित वर्गो मे बांटा गया है। यह वर्गीकरण कार्य करने वाले बलो के समस्त गुणो के आधार पर किया गया है।

उपरोक्त सभी पदों के बारे मे विस्तार से जानेंगे । पर उस को समझने के लिये हमे प्लेन/ समतल के बारे मे जानना होगा ।
इस की विस्तारित जानकारी के लिये लिंक पर जाये-https://youtu.be/MrBerz_cX5M
प्लेन तीन होते है जिन्हें हम X,Yऔर Z प्लेन या समतल के नाम से जानते है। ये तीनों प्लेेे पपरस्पर लम्बवत होती है। जिस मे तीनों किसी पिण्ड की संरचना को स्पष्ट करने के लिये पर्याप्त होते है।उदाहरण के लिये- कोई घनाकार cube में तीन dimensions होती है। लम्बाई, चौडाई और गहराई या ऊचाई ये तीन बीमा किसी कोने पर परस्पर लम्बवत होती है।


Video रूप मे देखे-https://youtu.be/OxbZ5MwR8gc
(1):- समतलीय बल निकाय (Coplainer Force SYstem)
यद2बल निकाय के समस्त बल पिण्ड पर किसी एक ही समतल मे आरोपित होते है तो यह बल निकाय , समतलीय बल निकाय कहलाता है।

(2):- असतलीय बल निकाय (Non Coplainer force system)

संगामी बल निकाय (Concurrent force system)
यदि किसी पिण्ड पर कार्यरत समस्त बल पिण्ड के एक ही बिन्दु पर प्रतिच्छेदित होते हो तो यह संगामी बल निकाय कहलाता है ।।यह दो प्रकार के होते है-
a:-समतलीय संगामी बल निकाय (Coplainer concurrent force system)
यदि किसी पिण्ड पर कार्य कर रहे समस्त बल पिण्ड के एक ही बिन्दु पर तथा एक ही समतल मे कार्य करे तो ऐसे बल निकाय को समतलीय संगामी बल निकाय कहते है।

b:-असतलीय संगामी बल निकाय (Non Coplainer concurrent force system)

असंगामी बल निकाय (Non concurrent force system)
यदि बल निकाय के समस्त बल पिण्ड के किसी एक ही बिन्दु पर प्रतिच्छेदित न करें तो यह बल निकाय, असंगामी बल निकाय कहलायेगा । यह भी दो प्रकार के होते है-
a:- समतलीय असंगामी बल निकाय (Coplainer Non concurrent force system)
यदि किसी पिण्ड पर कार्य कर रहे समस्त बल किसी एक ही समतल पर हो परन्तु वह एक बिन्दु पर प्रतिच्छेदित न करे तो ऐसे बल निकाय को, समतलीय असंगामी बल निकाय कहते है ।

b:- असतलीय असंगामी बल निकाय (Non Coplainer Non concurrent force system)
किसी पिण्ड पर कार्य कर रहे समस्त बल नतो एक समतल मे हो और न ही एक बिन्दु पर प्रतिच्छेदित हो तो ऐसे बल निकाय को, असमतलीय असंगामी बल निकाय कहते है ।

समान्तर बल निकाय (Parallel force system)
यदि बल निकाय के समस्त बलो की क्रिया रेखायें समान्तर होती है तो यह बल निकाय समान्तर बल निकाय कहलाता है । यह निम्न दो प्रकार के होते है-
a:-समदिश समान्तर बल निकाय (Like parallel force system)
किसी बल निकाय के समस्त बलो की क्रिया रेखायें तो समान्तर हो ही साथ ही दिशा भी समान हो तो ऐसे बल निकाय को समदिश समान्तर बल निकाय कहते है।

b:- विषमदिश समान्तर बल निकाय (Unlike Parallel force system)
यदि किसी पिण्ड पर कार्य कर रहे समस्त बलो की क्रिया रेखायें तो समान्तर हो परन्तु उनकी दिशा समान न हो तो ऐसे बल निकाय को विषमदिश समान्तर बल निकाय कहते है ।

आप यह बलाग पोस्ट Kee Study (https://www.keestudy.xyz) पर पढ रहे थे शेष भाग अगले ब्लाग मे बलो के परिणामी निकालना सीखें तब तक के लिये इतना ही। आप को अच्छा लगता तो अपने विचार व्यक्त जरू करे...।
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